Aatm Nirbhar Bharat Yojana 3.0 and 4.0 Registration आत्मनिर्भर भारत अभियान ऑनलाइन आवेदन 2024 Aatm Nirbhar bharat Application Form आत्मनिर्भर भारत अभियान 3.0 लाभ व पात्रता Self Reliant India Scheme
देश में Corona Virus महामारी के चलते 12 मई को PM Modi जी ने देश को संबोधित करते हुए पूरे देश के नागरिकों के लिए Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan 2024 (आत्मनिर्भर भारत अभियान) की शुरुआत की थी यहाँ देखें योजना के लिए Online Registration, Objectives, Eligibility & Benefits आदि की पूरी जानकारी
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि पूरे देश में Corona महामारी से आ रही समस्याओं से निपटने के लिए मोदी सरकार ने इस भाषण में नागरिकों के लिए Rs 20 lakh crores से अधिक के भी पेकेज जारी किए हुए हैं, शुरुआत में मोदी सरकार ने PM Garib Kalyan Yojana के तहत Rs 1.70 Lakh Crore रुपए का Relief Package अनाउंस किया किया था जो कि बहुत ही कम था पर इस बार सरकार ने लॉकडाउन के नुकसान को देखते हुए काफी बड़े पैकेज की अनाउंसमेंट की है ओर सरकार समय समय पर हर क्षेत्र के लिए नए पेकेज लॉन्च करती रहेगी।
Table of Contents
आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना
देश में कोरोना से आए आर्थिक संकट से देश को निकालने के लिए सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान आरंभ किया गया था। आत्मनिर्भर भारत अभियान 1.0 की इतनी बड़ी सफलता के बाद केंद्र सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान 2.0 तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान 3.0 लॉन्च किया गया है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान 2024-25 के अंतर्गत वित्त मंत्रालय द्वारा 9879 करोड़ रुपए का पूंजीगत व्यय प्रदान करने की 27 राज्यों को अनुमति दे दी गई है। इस आत्मनिर्भर योजना का लाभ देश के लगभाग सभी राज्य उठा रहे हैं। इस योजना को सभी राज्य सरकारों से एक अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। अब तक 4939.8 करोड़ रुपए सभी राज्यों को पहली इंस्टॉलमेंट के अंतर्गत प्रदान कर दिए गए हैं।
Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan 2024 Highlights
योजना का नाम | आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना 2024 |
Announced by | PM Narendra Modi |
Launched By | Smt. Nirmala Sitharaman |
Launch Date | 13 May 2020 |
Beneficiary | कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, लघु उद्योग, MSME आदि. |
Yojana Category | Central Govt. |
आधिकारिक वेबसाईट | aatmanirbharbharat.mygov.in india.gov.in pnindia.gov.in |
योजना स्टेटस | अभी चालू है |
पंजीकरण साल | 2024 |
उद्देश्य | भारत को हर क्षेत्र मैं आत्मनिर्भर बनाना |
Atm Nirbhar Bharat Abhiyan 3.0
- इस नए चरण में योजना के तीन भाग हैं। पहले भाग में उत्तर पूर्वी क्षेत्र है। जिसके लिए 200 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। असम की जनसंख्या तथा भौगौलिक क्षेत्र को देखते हुए सरकार ने 450 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। दूसरे भाग में अन्य सभी राज्य शामिल हैं।
- दूसरे भाग के लिए सरकार द्वारा 7500 करोड रुपए की राशि आवंटित की गई है।
- आत्मनिर्भर भारत अभियान 3.0 के तीसरे भाग के अंतर्गत 2000 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं।
- यह तीसरे भाग की राशि केवल उन्हीं राज्यों को प्रदान की जाएगी जो सरकार द्वारा बताए गए चार सुधारों में से कम से कम तीन सुधार राज्यों में लागू करे। इन चार रिफॉर्म में वन नेशन वन राशन कार्ड, इज ऑफ डूइंग बिजनेस रिफॉर्म, अर्बन लोकल बॉडीज/ यूटिलिटी रिफॉर्म तथा पावर सेक्टर रिफॉर्म शामिल हैं।
Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan 2024
आत्मनिर्भर भारत अभियान आर्थिक पैकेज से कुटीर उद्योगों, गृह उद्योग, लघु उद्योग, MSME को मदद मिलेगी, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन हैं। और इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा यह पैकेज उन किसानों के लिए भी है जो अलग-अलग मौसम की स्थिति में और मध्यम वर्ग के लिए समय पर अपने करों का भुगतान करते हैं
प्रधानमंत्री ने लोगों से स्थानीय उत्पादों और ब्रांडों को खरीदने और बढ़ावा देने का भी आग्रह किया। और इसके साथ उन्होंने मारी सभी भारतीय लोगों से ‘vocal for the local’ होने का आग्रह किया जिसका अर्थ है ज्यादा से ज्यादा अपने लोकल की वस्तुओं का इस्तेमाल करें यानी कि विदेशी सामानों को छोड़कर स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल करें।
मोदी जी ने कहा कि समय ने हमें सिखाया है कि हमें ‘स्थानीय’ को अपने जीवन का मंत्र बनाना चाहिए। आज जो वैश्विक ब्रांड हैं, वे कभी स्थानीय भी थे, लेकिन जब वहां के लोगों ने उनका समर्थन करना शुरू किया तो वे वैश्विक हो गए। इसीलिए आज से हर भारतीय को लोकल के लिए vocal होना चाहिए होना चाहिए।
अत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत विकास के 5 स्तंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा अत्मनिर्भर भारत अभियान के विकास के लिए 5 बुनियादी स्तंभों
का सुझाव दिया है यह सभी पांच स्तंभ कुछ इस प्रकार से हैं:
1. अर्थव्यवस्था
2. इन्फ्रास्ट्रक्चर
3. हमारा सिस्टम
4. Demography
5. मांग और आपूर्ति श्रृंखला
अत्मनिर्भर भारत अभियान के लाभार्थी
- दैनिक मजदूर / श्रमिक
- किसान
- दैनिक वेतन भोगी
- जो लोग देश के विकास के लिए काम करते हैं
- मध्यम वर्ग के लोग जो सरकार को आयकर देते हैं
- उच्च वर्ग के लोग जो अर्थव्यवस्था को ताकत देते हैं
Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan launch All Parts
यह पैकेज Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan Yojana के तहत जारी किया गया है जिसके चलते देश में गरीब लोगों को Corona Virus से लड़ने के लिए मदद पहुंचाई जाएगी, सरकार के इस पैकेज को हमारे देश के फाइनेंस मिनिस्टर द्वारा 13 मई को पूरे विवरण के साथ लागू किया जाएगा
पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, कोविद -19 को लेकर सरकार द्वारा की गई घोषणाएं, आरबीआई के फैसले और आज के पैकेज Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan का मूल्य 20 लाख करोड़ रुपये है यह अभी तक का सबसे बड़ा पैकेज है जोकि हमारे देश की जीडीपी का लगभग 10 प्रतिशत है
मार्च के बाद से पांचवीं बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय आर्थिक पुनरुत्थान का मार्ग आत्मनिर्भरता है। पीएम मोदी ने कहा कि वित्तीय पैकेज अर्थव्यवस्था की हर शाखा को पुनर्जीवित करने में मदद करेगा – मांग से, आपूर्ति श्रृंखला से लेकर विनिर्माण तक।
- Khadi Agarbatti Aatmanirbhar Mission
- Atmanirbhar Bharat Rozgar Yojana
- Atmanirbhar Bharat Swayampurna Goa
- Aatm Nirbhar Bharat Abhiyan
- PI Registration 2024
- Aseem Portal Job Registration
Aatma Nirbhar Bharat Package All Launch Part PDF Download Link
Aatma Nirbhar Bharat Package | Progress So Far |
Business MSMEs PDF | Download |
Scheme Part 2 PDF | Download |
ANBA Scheme Part 3 PDF | Download |
Aatm Nirbhar Bharat Part 4 PDF | Download |
Aatm Nirbhar Bharat Part 5 | Download |
Atmanirbhar Bharat Abhiyan Part 5
COVID-19 के बाद, सरकार इक्विटी के साथ प्रौद्योगिकी संचालित शिक्षा प्रणाली पर ध्यान केंद्रित करेगी। इस प्रयोजन के लिए, निम्नलिखित उपायों की घोषणा की गई है:
Health Related Steps for COVID-19
पहले से ही घोषित (15,000 करोड़ रुपये) – इस 15k करोड़ में से, लगभग 4113 करोड़ राज्यों को जारी किए गए हैं, आवश्यक वस्तुओं को 3750 करोड़ रुपये, परीक्षण लेंस और 550 करोड़ रुपये के किट खरीदे गए हैं। इसके अलावा, सरकार ने प्रधान मंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए प्रति व्यक्ति 50 लाख रुपये का बीमा कवर प्रदान किया है।
सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग – आईटी का लाभ उठाने के लिए, सरकार ने ई-संजीवनी टेली परामर्श सेवाएं शुरू की हैं। क्षमता निर्माण सुनिश्चित करने के लिए, iGOT प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया है। इसके अलावा, कोरोनोवायरस से भारतीय नागरिकों को रोकने के लिए आरोग्य सेतु ऐप और आरोग्य सेतु मित्र वेबसाइट भी शुरू की गई है।
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को संरक्षण – केंद्रीय सरकार महामारी रोग अधिनियम, पीपीई के लिए पर्याप्त प्रावधानों में संशोधन किया है। अब 300 से अधिक घरेलू विनिर्माण (0 पहले) हैं। सरकार पहले ही 51 लाख PPE, 87 लाख N95 मास्क, 11.08 Cr HCQ टैबलेट की आपूर्ति कर चुकी है।
Health Reforms & Initiatives
- ग्रास रूट स्वास्थ्य संस्थानों में अधिक निवेश होगा और सरकार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को विकसित करेगी।
- भविष्य के किसी भी महामारी के लिए भारत को तैयार करने के लिए, सरकार सभी जिलों में संक्रामक रोगों के अस्पताल ब्लॉक स्थापित करेगी।
- लैब नेटवर्क और निगरानी को मजबूत किया जाएगा। सभी जिलों और ब्लॉक स्तर पर एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य लैब्स होंगे
महामारी का प्रबंधन करने के लिए लैब्स और पब्लिक हेल्थ यूनिट। - इसके अलावा, सरकार ICMR द्वारा एक स्वास्थ्य के लिए राष्ट्रीय संस्थागत मंच बनाकर अनुसंधान को प्रोत्साहित करेगी।
- केंद्रीय सरकार राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य खाका का कार्यान्वयन शुरू करेगी।
छात्रों के लिए ऑनलाइन शिक्षा
- उन लोगों को समर्थन देने और पहुंचने के लिए जिनके पास इंटरनेट तक पहुंच नहीं है, सरकार ने स्कूल शिक्षा के लिए 3 SWAYAM PRABHA DTH चैनल शुरू किए। और 12 अन्य स्वयंप्रभा टीवी चैनलों पर एक और नई क्लास जोड़ी जाएगी
- सरकार ने इन चैनलों पर लाइव इंटरएक्टिव सत्रों के प्रसारण का प्रावधान स्काइप के माध्यम से घर से विशेषज्ञों के साथ किया है।
- सरकार ने इन चैनलों की पहुँच बढ़ाने के लिए टाटा स्काई एंड एयरटेल जैसे निजी डीटीएच ऑपरेटरों के साथ शैक्षिक वीडियो सामग्री को प्रसारित करने के लिए करार किया।
- केंद्रीय सरकार ने अपनी शिक्षा से संबंधित सामग्री को प्रसारित करने के लिए SWAYAM PRABHA चैनलों पर वायु समय (दैनिक 4 घंटे) साझा करने के लिए भारत के राज्यों के साथ समन्वय बनाया है।
- अब तक, DIKSHA प्लेटफॉर्म को 24 मार्च 2020 से अब तक 61 करोड़ हिट मिले हैं। ई-पाठशाला में 200 से अधिक नई पाठ्यपुस्तकों को जोड़ा गया।
PM eVIDYA / DIKSHA / Manodarpan Initiatives for Education
COVID-19 के बाद, सरकार इक्विटी के साथ प्रौद्योगिकी संचालित शिक्षा प्रणाली पर ध्यान केंद्रित करेगी। इस प्रयोजन के लिए, निम्नलिखित उपायों की घोषणा की गई है:
PM eVIDYA – डिजिटल / ऑनलाइन शिक्षा के लिए मल्टी-मोड एक्सेस के लिए एक कार्यक्रम तुरंत शुरू किया जाएगा।
मनोदपन – मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक कल्याण के लिए छात्रों, शिक्षकों और परिवारों के मनोवैज्ञानिक समर्थन के लिए एक पहल तुरंत शुरू की जाएगी।
स्कूल, प्रारंभिक बचपन और शिक्षकों के लिए नए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और शैक्षणिक ढांचे को लॉन्च किया जाएगा। यह वैश्विक और 21 वीं सदी की कौशल आवश्यकताओं के साथ एकीकृत होगा।
Part 5 के तहत अन्य Reforms
- Reforming Governance for Ease of Doing Business
- Recent Corporate Law measures for Ease of Doing Business
- रोजगार बूस्ट के लिए मनरेगा आवंटन में 40,000 करोड़ रुपये की वृद्धि
- कंपनी अधिनियम के दोषों का विकेंद्रीकरण
पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके योजना की विस्तारित पीडीएफ डाउनलोड करें https://cscportal.in/Atmanirbhar-bharat-abhiyan-part-5.pdf
Atmanirbhar Bharat Abhiyan Part 4
आज 16 मई को हमारे देश कि माननीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से Aatm Nirbhar Bharat अभियान पार्ट 4 की जानकारी प्रदान की है, Part 4 में सबसे ज्यादा भारत की इकॉनमी को कैसे आगे बढ़ाना है इस पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया है
आज प्रेस कॉन्फ्रेंस बैठक ने New Horizons of Growth के तहत अनाउंसमेंट की है जिसके तहत हमारे देश की इकॉनमी को बूस्ट प्रदान करने में सहायता मिलेगी इस भाग के अंतर्गत सरकार ने “New Horizons of Growth” के तहत बहुत सारी पहलों की घोषणा की है
सरकार ने क्या किया अनाउंसमेंट की है उनकी पूरी जानकारी नीचे दी गई है
फास्ट-ट्रैक इनवेस्टमेंट – आत्मानिभर भारत बनाने की ओर प्रयास
- Empowered Group of Secretaries (EGoS) के माध्यम से फास्ट ट्रैक इनवेस्टमेंट क्लीयरेंस।
- प्रत्येक मंत्रालय में निवेश योग्य परियोजनाओं को तैयार करने के लिए प्रोजेक्ट डेवलपमेंट सेल, निवेशकों और केंद्र / राज्य सरकारों के साथ समन्वय
- नए निवेश के लिए प्रतिस्पर्धा करने के लिए निवेश आकर्षण पर राज्यों की रैंकिंग
- नए चैंपियन क्षेत्रों के संवर्धन के लिए प्रोत्साहन योजनाएँ सोलर पीवी विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में शुरू की जाएंगी; उन्नत सेल बैटरी भंडारण; आदि।
औद्योगिक अवसंरचना का उन्नयन (Upgradation)
- सामान्य बुनियादी सुविधाओं और कनेक्टिवी के औद्योगिक क्लस्टर उन्नयन के लिए चुनौती मोड के माध्यम से राज्यों में योजना लागू की जाएगी
- नए निवेश को बढ़ावा देने और औद्योगिक सूचना प्रणाली (IIS) पर GIS (Geographic Information System) मैपिंग के साथ उपलब्ध कराने के लिए Industrial Land/ Land Bank की उपलब्धता।
- हमारे देश में जो 5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र के तहत जो 3376 इंडस्ट्रियल पार्क/estates/SEZs फैले हुए हैं इनकी जियो टैगिंग की जाएगी ताकि इनकी जानकारी आप सभी को औद्योगिक सूचना प्रणाली पर प्रदान की जा सके ताकि निवेश करने वाले को कोई परेशानी ना हो
Coal Sector Policy Reforms
घटिया कोयले के आयात को कम करने और कोयला उत्पादन में Selfreliance बढ़ाने की आवश्यकता है। इसके लिए सरकार कोयला क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा, पारदर्शिता और निजी क्षेत्र की भागीदारी पेश करेगी:
- Coal खनन प्रक्रिया में अब नए प्लेयर आएंगे जिससे कि खनन ज्यादा होगा और इससे देश को भी फायदा पहुंचेगा
- सरकार द्वारा लगभग 50 ब्लॉकों को तुरंत पेश किया जाना है।
- इस योजना में भाग लेने के लिए कोई पात्रता की शर्तें नहीं, केवल एक ceiling के साथ upfront payment करने की आवश्यकता होगी।
- अब नई कोल माइंस की खोज करने के लिए निजी क्षेत्रों को भी भागीदारी प्रदान की जाएगी
- पहले से निर्धारित उत्पादन को राजस्व-हिस्सेदारी में छूट के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाएगा
- सरकार द्वारा कोल प्रोडक्शन की माइनिंग के Infrastructure development के लिए 50000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे
खनिज क्षेत्र में निजी निवेश को बढ़ावा
विकास, रोजगार को बढ़ावा देने और विशेष रूप से अन्वेषण के माध्यम से अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी लाने के लिए संरचनात्मक सुधार:
- एक सहज समग्र अन्वेषण-सह-खनन-सह-उत्पादन शासन का परिचय।
- 500 खनन ब्लॉकों को एक खुली और पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से पेश किया जाएगा
- एल्यूमीनियम उद्योग प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए बॉक्साइट और कोयला खनिज ब्लॉकों की संयुक्त नीलामी का परिचय । एल्यूमीनियम उद्योग को बिजली की लागत कम करने में मदद करेगा।
Defence Production मैं आत्मनिर्भरता को बढ़ावा
केंद्र सरकार डिफेंस प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए और Make in India डिफेंस weapons/platforms डिवेलप करने के लिए Defence Production के लिए पॉलिसी रिफॉर्म्स लागू किए जाएंगे:
- weapons और प्लेटफार्म की लिस्ट को नोटिफाई किया जाएगा और उन पर बैन लगाया जाएगा इंपोर्ट के लिए, हर साल के लिए अलग-अलग टाइमलाइन आती जाएंगी ताकि वर्ष प्रतिवर्ष हत्यारों का उत्पादन अपने देश में ही हो और हम विदेशों पर कम निर्भर रहें
- सरकार का यह निर्णय भारी रक्षा आयात बिल को कम करने में मदद करेगा।
- Ordnance Factory Board का निगमीकरण किया जाएगा ताकि काम करने की क्षमता को और ज्यादा बूस्ट प्रदान किया जा सके
- automatic route के तहत defence manufacturing क्षेत्र में FDI सीमा 49% से बढ़ाकर 74% की जाएगी
Efficient Airspace Management
- अभी तक भारतीय हवाई क्षेत्र का केवल 60% स्वतंत्र रूप से उपलब्ध है
- भारतीय वायु अंतरिक्ष के उपयोग पर प्रतिबंध को आसान बनाया जाएगा ताकि नागरिक उड़ान अधिक कुशल हो।
- विमानन क्षेत्र के लिए प्रति वर्ष लगभग 1000 करोड़ रुपये का कुल लाभ लाएगा।
- भारत को Aircraft Maintenance, Repair and Overhaul (MRO) के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाया जाएगा
- इससे विमान घटक की मरम्मत और एयरक्राफ्ट रखरखाव तीन वर्षों में 800 करोड़ रुपये से बढ़कर 2000 करोड़ रुपये हो जाएगा।
- दुनिया के प्रमुख इंजन निर्माता आने वाले वर्ष में भारत में इंजन मरम्मत की सुविधा स्थापित करेंगे।
More Reforms
- शुल्क नीति सुधार
- संघ राज्य क्षेत्रों में वितरण का निजीकरण
- पुनर्जीवित व्यवहार्यता गैप फंडिंग योजना के माध्यम से सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर में निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ावा देना – 8100 करोड़ रुपये
- अंतरिक्ष गतिविधियों में निजी भागीदारी को बढ़ावा दिया जाएगा
- सरकार की इस योजना मैं परमाणु ऊर्जा से संबंधित सुधार भी शामिल किए गए हैं
और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके योजना की विस्तारित पीडीएफ डाउनलोड करें https://cscportal.in/Atmanirbhar-bharat-abhiyan-part-4.pdf
Atmanirbhar Bharat Abhiyan Part 3
आज हमारे देश के वित्त मंत्री जी ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से Aatm Nirbhar Bharat अभियान पार्ट 3 की जानकारी प्रदान की है Part 3 में सबसे ज्यादा ध्यान एग्रीकल्चर सेक्टर पर दिया है
सरकार ने कृषि क्षेत्र के तहत अनाउंसमेंट की है जिसके तहत हमारे देश के किसानों और कृषि संसाधनों को बहुत ही सहायता मिलेगी इस भाग के अंतर्गत सरकार ने एग्रीकल्चर सेक्टर के तहत बहुत सारी पहलों की घोषणा की है
कृषि के अतिरिक्त सहायता
- लॉकडाउन अवधि के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 74,300 करोड़ रुपये से अधिक कर दिया गया है
- PM KISAN fund के लिए Rs 18,700 crores की राशि ट्रांसफर की गई
- PM Fasal Bima Yojana के लिए 6,400 करोड़ रुपये का भुगतान
मछली पालन उद्योग को सहायता
- मछुआरों के लिए Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana (PMMSY) के तहत 20,000 crores रुपयों की सहायता
- सरकार समुद्री और अंतर्देशीय मत्स्य पालन के एकीकृत, सतत, समावेशी विकास के लिए PMMSY का नए रूप में शुभारंभ करेगी।
- मरीन, अंतर्देशीय मत्स्य पालन और Aquaculture गतिविधियों के लिए 11,000 करोड़ रु
- इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए 9000 करोड़ रुपये – ishing Harbours, Cold chain, Markets आदि के लिए
- इससे 5 वर्षों में 70 लाख टन के अतिरिक्त मछली उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
- द्वीप, हिमालयी राज्य, उत्तर-पूर्व और एस्पिरेशनल जिलों पर ध्यान दिया जाएगा
https://cscportal.in/wp-content/uploads/2020/05/Aatma-Nirbhar-Bharat-Presentation-Part-3.pdf
more details will update in hindi soon
Atmanirbhar Bharat Abhiyan Part 2
इस चरण में, मुख्य ध्यान प्रवासी मजदूरों, सड़क विक्रेताओं, छोटे व्यापारियों, छोटे किसानों और स्व-नियोजित व्यक्तियों पर दिया गया है। Atmanirbhar Bharat Abhiyan Part 2 के रूप में आज वित्त मंत्री द्वारा 9 चरण शुरू किए गए हैं और इन सभी चरणों में ज्यादा से ज्यादा Measures शामिल किए गए हैं।
जैसे कि प्रवासी कामगारों के लिए 3 (Measures), मुद्रा योजना के भीतर शिशु ऋण के लिए 1, सड़क विक्रेताओं के लिए 1, आवास के लिए 1, आदिवासी क्षेत्रों में लोगों के रोजगार के लिए, 1 आदिवासियों की पॉकेट में पैसा पहुंचाने के लिए, और इसी के साथ 2 Measures किसानों के लिए लिए गए हैं सभी की पूरी जानकारी नीचे दी गई है
प्रवासी मजदूरों के लिए
- वन नेशन वन राशन कार्ड योजना: प्रवासी मजदूरों को लाभान्वित करने के लिए केंद्र सरकार ने राशन की राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए One Nation One Ration Card Yojana शुरू करेगी। अगस्त 2020 से, 23 राज्यों में 67 करोड़ प्रवासी श्रमिक इस योजना से लाभान्वित होंगे, जो कुल पीडीएस लाभार्थियों का लगभग 83% है। One Nation One Ration Card Yojana के तहत 100% लाभार्थियों का कवरेज लक्ष्य साल के अंत तक प्राप्त किया जाएगा।
- अगले 2 महीनों के लिए सभी प्रवासियों के लिए मुफ्त अनाज आपूर्ति: इस योजना के तहत जिन व्यक्तियों के पास राशन कार्ड नहीं है या जिनका नाम राज्य राशन कार्ड सूची में नहीं है, उन्हें अब प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल मिलेगा। इसके अलावा, प्रति परिवार 1 किलो चना दिया जाएगा, लगभग 8 करोड़ प्रवासियों को गैर राशन कार्ड धारकों के लिए 3500 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ इस मुफ्त खाद्य आपूर्ति योजना से लाभ होगा।
- PMAY के तहत प्रवासी मजदूरों और शहरी गरीबों के लिए किफायती किराये के आवास: सरकार प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत प्रवासी श्रमिकों और शहरी गरीबों के लिए एक नई किराये की आवास योजना शुरू करेगी। इस PMAY रेंटल हाउसिंग स्कीम में, सभी प्रवासी कामगारों को उनके काम करने के क्षेत्र में कम किराए पर मकान मिलेंगे।
यह PPP मोड के माध्यम से प्रमुख शहरों में सरकार के वित्त पोषित घरों को किफायती किराये के आवास या परिसरों में परिवर्तित करके किया जाएगा।
इसके अलावा, सरकार अपने कारोबारियों को कम किराए पर आवास की सुविधा प्रदान करने के लिए व्यावसायिक कंपनियों, राज्य सरकार, एजेंसियों, संघों को प्रोत्साहन प्रदान करेगी।
- प्रवासियों और शहरी गरीबों के लिए सहायता: भारत सरकार ने राज्य सरकारों को प्रवासियों के लिए आश्रय स्थापित करने और उन्हें भोजन और पानी आदि प्रदान करने के लिए State Disaster Response Fund (SDRF) का उपयोग करने की अनुमति दी है। इसके लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को Rs 11002 crore की राशि प्रदान की है
जो लोग कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान आश्रय घरों “Shelters for Urban Homeless (SUH)” में रह रहे हैं उन्हें प्रतिदिन 3 मील का भोजन प्रदान किया जा रहा है
मुद्रा योजना के तहत शिशु लोन
- मोदी सरकार ने इस योजना के साथ लगभग 3 करोड़ लाभार्थियों को 1500 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा है और इसके बाद भारत सरकार अगले 12 महीनों के लिए शिशु Loan के त्वरित पुनर्भुगतान पर 2% की ब्याज सहायता प्रोत्साहन प्रदान करेगी।
सड़क विक्रेताओं के लिए विशेष क्रेडिट सुविधा
- सड़क विक्रेताओं को 5000 करोड़ रुपये की विशेष ऋण सुविधा भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। 1 महीने की अवधि के भीतर, street vendors के लिए केंद्रीय सरकार उन्हें क्रेडिट तक आसान पहुंच प्रदान करने के लिए विशेष योजना शुरू करेगी जिससे लगभग 50 लाख सड़क विक्रेताओं को लाभ होगा और उनमें से अधिकांश को अब 10,000 रुपये तक की प्रारंभिक कार्यशील पूंजी मिलेगी।
रोजगार सृजन के लिए Rs 6000 करोड़ की सहायता
- केंद्र सरकार द्वारा हमारे देश के गरीब लोगों के लिए रोजगार सृजन के लिए 6,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं जिससे कि शहरी, अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में नौकरी के अवसर पैदा किए जाएंगे और खासकर सरकार का यह प्लान आदिवासियों / Tribals के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा
किसानों के लिए सहायता
अब तक, लगभग 3 करोड़ किसानों ने रियायती दरों में उन्हें दिए गए 63 लाख कृषि ऋणों का लाभ उठाया है। किसानों ने पहले ही ऋण लिया है, जिसकी कीमत 4.22 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। अब ऋणों के शीघ्र पुनर्भुगतान के लिए ब्याज उपकर 1 मार्च 2020 से 31 मई 2020 तक बढ़ाया गया है।
- NABARD के माध्यम से किसानों के लिए पूंजीगत अनुदान: स्वाभाविक रूप से, नाबार्ड पुनर्वित्त प्रयोजनों के लिए 90,000 करोड़ रुपये प्रदान करता है। अब नाबार्ड (पुनर्वित्त) के जरिए 30,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त आपातकालीन कार्यशील पूंजी कोष तुरंत जारी किया जाएगा। यह प्लान लगभग 3 करोड़ किसानों को लाभान्वित करेगा खासकर छोटे और सीमांत किसानों को।
- KCC Scheme के तहत 2 लाख करोड़ रुपये रियायती ऋण: किसान क्रेडिट कार्ड के लिए 2 लाख रुपये रियायती ऋण का विस्तार किया जाएगा। इस केसीसी योजना से लगभग 2.5 करोड़ किसान लाभान्वित होंगे। मत्स्य पालन और पशुपालन करने वाले किसानों को केसीसी योजना में शामिल किया जाएगा।
लगभग 25 लाख नए केसीसी धारकों को 25000 करोड़ रुपये के ऋण दिए गए हैं, किसानों के लिए 86,600 करोड़ की तरलता सहायता मार्च-अप्रैल के महीने में दी गई है।
housing sector / Middle Income Group
- मध्य आय समूह के लिए क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी योजना (वार्षिक आय: 6-18 लाख रुपये) मई 2017 से प्रचालित की गई थी और जो 31 मार्च 2020 को समाप्त हो चुकी थी, अब इसे सरकार द्वारा मार्च 2021 तक बढ़ा दिया गया है।
- PMAY CLSS योजना से अब तक लगभग 3.3 लाख परिवार लाभान्वित हो चुके हैं। अब अगले 2.5 साल में अन्य 2.5 लाख MIG समूह के लोग PMAY CLSS योजना से लाभान्वित होंगे। इस योजना के परिणामस्वरूप तत्काल रोजगार सृजन होगा और इस्पात, सीमेंट और अन्य घर निर्माण सामग्री जैसे निर्माण सामग्री की मांग भी बढ़ेगी।
और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके योजना की विस्तारित पीडीएफ डाउनलोड करें https://cscportal.in/Atmanirbhar-bharat-abhiyan-part-2.pdf
आत्मनिर्भर भारत अभियान Launch –
Aatm Nirbhar Bharat Movement के तहत 20 लाख करोड़ रुपये के इस आर्थिक पैकेज में विभिन्न विशेषताएं होंगी। MSME सहित अन्य सभी व्यवसायियों और रोजगार, लोकल बिजनेस आदि के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के आवंटन को कई तरह से विभाजित किया गया है
सरकार के इस पैकेज से कई छोटे और बड़े रोजगारो को फायदा मिलेगा और साथ ही कई वर्गों को इस पैकेज में शामिल किया गया है इन सभी की जानकारियां आप यहां से चेक करें
Atmanirbhar Bharat Abhiyan For MSME
- MSME क्षेत्र के लिए 3 लाख करोड़: केंद्रीय सरकार एमएसएमई की सुविधा के लिए संपार्श्विक नि: शुल्क ऋण प्रदान करेगा। इन ऋणों का कार्यकाल 4 वर्ष का होगा और इन्हें 12 महीने की मोहलत मिलेगी। लगभग 12 करोड़ श्रमिकों को लाभान्वित किया जाएगा।
- Subordinate Debt based scheme: Rs 20000 for Stressed and NPA MSMEs Around 2 lakh stressed and NPA MSMEs to benefit.
- Fund of Funds: 50,000 करोड़ रुपये इक्विटी इन्फ्यूजन में उन लोगों के लिए जो संभावित और व्यावहारिक व्यवसाय कर रहे हैं।
- MSMEs के लिए अन्य हस्तक्षेप: ई-कॉमर्स को बढ़ावा देने के लिए व्यापार मेलों की अनुपस्थिति में बोर्ड भर में ई-मार्केट लिंकेज प्रदान किया जाएगा। 45 दिनों के भीतर, CPSE और भारत सरकार अपने प्राप्य को साफ कर देंगे।
- 200 करोड़ रुपये तक के ग्लोबल टेंडर को रद्द किया जाएगा: 200 करोड़ तक की सरकारी खरीद अब ग्लोबल टेंडर ग्रुप में नहीं होगी।
- MSME की नई परिभाषा: MSME के लिए निवेश सीमा को ऊपर की ओर संशोधित किया गया है (निवेश का आकार), अतिरिक्त मापदंड यानी टर्नओवर (turnover size) को ध्यान में रखा जाएगा। इसके अलावा, MSME की b/w विनिर्माण सेवा को हटा दिया जाएगा।
Employee Provident Fund (EPF)
- कंपनी जिनमें 100 या इससे कम कर्मचारी हैं और उनका वेतन ₹15000 है: सभी EPF एस्टैब्लिशमेंट के लिए लिक्विडिटी सपोर्ट का भुगतान केंद्र सरकार द्वारा किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि सरकार अब १२% प्रदान करेगी जो नियोक्ता द्वारा भुगतान किया जाना था और साथ ही 12% कर्मचारी द्वारा भुगतान किया जाना है।
भारत सरकार ने जून, जुलाई और अगस्त 2020 के लिए इस योगदान का विस्तार किया और 72.22 लाख कर्मचारियों को लाभ देने के लिए 3 महीने के लिए व्यवसायों और श्रमिकों के लिए 2500 करोड़ रुपये की EPF सहायता की तरलता राहत प्रदान की है।
- कंपनी जिनमें 100 से अधिक कर्मचारी हैं: अगले 3 महीनों के लिए, नियोक्ताओं और कर्मचारियों को 10% (पहले 12%) का भुगतान करना होगा। सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (PSE) और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (PSU) के लिए, सरकार पूर्ण नियोक्ता योगदान का भुगतान करेगी जबकि सरकार के कर्मचारी अगले 3 महीनों के लिए केवल 10% का भुगतान कर सकते हैं। इस उद्देश्य के लिए, सरकार 6750 करोड़ रुपये प्रदान करेगी।
Housing Finance Corporation & Micro Finance & NBFC
- NBFC / HCs / MFI के लिए 30,000 करोड़ रुपये की तरलता सुविधा: एनबीएफसी, एमएफआई और एचसी के प्राथमिक और माध्यमिक क्षेत्रों में 30,000 रुपये की तरलता निवेश सुविधा होगी। यह एनबीएफसी, एमएफआई और एचएफसी के ऋण कागजात (उच्च गुणवत्ता का नहीं) लेने और खरीदने के माध्यम से किया जाएगा जो भारत सरकार द्वारा पूरी तरह से गारंटी होगी।
- 45,000 करोड़ रुपये की आंशिक क्रेडिट गारंटी योजना: केंद्रीय सरकार एनबीएफसी के साथ 45,000 करोड़ रुपये की राशि के साथ आंशिक क्रेडिट गारंटी योजना 2.0 शुरू करेगी। पहला 20% Loss भारत सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
Relief to Contractors
- रेलवे, रोडवेज जैसी सभी भारतीय एजेंसियों को अनुबंध की शर्तों का पालन करने के लिए अब ठेकेदारों को 6 महीने का एक्सटेंशन दिया जा सकता है। अगले 6 महीनों के लिए विस्तारित रियायती अवधि सरकार परियोजनाओं के आंशिक रूप से पूरा होने पर बैंक गारंटी को आंशिक रूप से जारी करेगी।
Tax मैं छूट
- Rs 50,000 crores liquidity through TDS/TCS rate reduction: 14 मई 2020 से 31 मार्च 2021 तक, टीडीएस / टीसीएस दर सभी उद्देश्यों के लिए 25% तक कम किए जाएंगे। यह पहल टीडीएस / टीसीएस कटौती के माध्यम से 50,000 करोड़ रुपये की liquidity प्रदान की जाएगी।
- Other Direct Tax Measures: धर्मार्थ, पेशेवर, भागीदारी, LLP, प्रोपराइटर को सभी pending refund तुरंत दी जाएगी। सभी आयकर रिटर्न की नियत तारीख को अब 30 नवंबर 2020 और tax receipts को बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2020 किया जा रहा है।
30 सितंबर 2020 तक के रूप में मूल्यांकन की तिथि को अब 31 दिसंबर 2020 तक के लिए बढ़ाया जा रहा है। 31 मार्च 2021 को barred होने वाले लोगों को अब 31 सितंबर 2021 तक ले जाया जाएगा, बिना किसी अतिरिक्त राशि के, Vivad Se Vishwas योजना को 31 सितंबर 2020 तक बढ़ा दिया गया है।
Real Estate Projects under RERA
- RERA के तहत सभी रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स के suo-moto पंजीकरण और पूर्णता तिथि को 6 महीने तक बढ़ाया जाएगा। इसमें उन परियोजनाओं को भी शामिल किया गया है जिनकी समाप्ति तिथि 25 मार्च 2020 थी।
और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके योजना की विस्तारित पीडीएफ डाउनलोड करें https://cscportal.in/Atmanirbhar-bharat-abhiyan-business-msmes.pdf
आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत लॉकडाउन 4.0 की घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने भाषण में लॉकडाउन 4.0 का भी जिक्र किया है और उन्होंने लोगों से प्रार्थना की है कि वह अपने घर मर रहे और सोशल डिस्टेंसिंग का ज्यादा से ज्यादा पालन करें और मास्क का उपयोग जरूर करें
अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने इस बात का ब्योरा नहीं दिया कि लॉकडाउन का अगला चरण भारत मैं कब तक के लिए और बढ़ाया जाएगा। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि राज्यों के इनपुट के आधार पर जानकारी 18 मई को उपलब्ध कराई जाएगी।
https://twitter.com/PMOIndia/status/1260223509373960199?
यानी कि lockdown 3.0 के खत्म होने के बाद ही लॉकडाउन4.0 पर कुछ नई न्यूज़ देखने को मिल सकती है फिलहाल के लिए अभी लॉकडाउन बारे में कोई भी ऑफिशियल न्यूज़ सरकार द्वारा जारी नहीं की गई है अपने भाषण में केवल मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना की घोषणा की है
जिसके तहत उन्होंने देश के सभी नागरिकों के लिए 2000000 करोड रुपए का राहत पैकेज अनाउंस किया है जिससे देश के सभी लोगों को कोविड-19 महामारी से निपटने में कुछ सहायता मिलेगी
Note- आत्मनिर्भर भारत अभियान के ऑफिशियल रिलीज के बाद हमारे द्वारा योजना की पूरी जानकारी आप तक पहुंचाई जाएगी इसलिए आप हमारे पोर्टल को सब्सक्राइब कर लें ताकि तुरंत ही अपडेटेड जानकारी आपको मिलती रहे
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आपने बहुत ही बढ़िया जानकारी दी हैं मगर क्या जिन वर्कर की जॉब नहीं गई, क्या वो इसके पात्र नहीं हैं?
मय एक गरीब मजदूर हु बाधकाम करता हूं मोबाइल नंबर 970XXXXXX