गौशाला के लिए उत्तर प्रदेश की अनुदान योजना पूरी जानकारी
उत्तर प्रदेश में माननीय योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश में चल रही मिनी कामधेनू योजना को बंद कर दिया गया है। लेकिन योगी जी ने पशुपालन के क्षेत्र में एक बड़ी और अहम योजना की शुरुआत की है। जिसका नाम Gaushala Yojana आज हम आपको इस लेख में बताएंगें कि उत्तर प्रदेश में Gaushala योजना क्या है और इस योजना के तहत सरकार से सहायता कैसे प्राप्त करें।
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उत्तरप्रदेश गौशाला योजना क्या है ?
उत्तर प्रदेश की सरकार ने गोवंश की रक्षा के लिए कई नए नए कानून और योजनाएं बनाई है जिनमें से यह भी एक महत्वपूर्ण योजना है। और साथ ही प्रदेश सरकार ने गौवंश की अवैध व्यापार को रोकने के लिये कड़ा कानून भी बनाया है।
और उत्तर प्रदेश में सड़कों और बाजारों में घूमने वाली गायों की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है। इन्हीं गायों को समस्या के समाधान के लिए प्रदेश की कई गौशालाओं में अन्ना गायों का पालन पोषण किया जा रहा है। ऐसे में इन गायों को रहने और खाने पीने की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार ने इस योजना की शुरुआत करी है जिसमें, अब कोई भी एक व्यक्ति अपने गांव या शहर में एक गौशाला खोल सकता है जिसमें सरकार उसकी मदद करेगी और उसे कुछ अनुदान राशि भी प्रदान करेगी
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Gaushala Yojana के लिये जरूरी पात्रता
- कोई भी भारतीय किसान और नागरिक गौशाला खोल सकता है ।
- उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार व्यक्ति के पास लगभग 200 गायों को रखने की सुविधा होनी चाहिए।
- गौशाला खोलने के लिए जीव जंतु कल्याण बोर्ड से मान्यता प्राप्त होनी आवश्यक है।
- गौशाला खोलने के लिए व्यक्ति के पास 5 बीघा से ज्यादा जमीन होना अनिवार्य है।
- गौशाला के पास पैन नंबर होना आवश्यक है।
- पशुपालन मंत्री एस पी सिंह के अनुसार प्रत्येक गोवंश के संरक्षण पर सरकार आपको अनुदान प्रदान करेगी
सरकार की गौशाला योजना से होने वाली आय के स्रोत
- उत्तर प्रदेश गौशाला योजना के अनुसार गौशाला खोलने पर सरकार आपको अनुदान प्रदान करेगी।
- गौशाला मैं किए जाने बाले उत्पादों के विक्रय से होने वाली आय आपकी आय का एक मुख्य स्रोत हो सकता है।
- दूध व दूध से बने उत्पादों के विक्रय से भी आपको अत्यधिक मुनाफा मिल सकता है।
- पंचगव्य आधारित उत्पादों से होने वाली आय आपकी आय का एक महत्वपूर्ण जरिया होगा।
- कम्पोस्ट खाद, वर्मी कम्पोस्ट, आदि के निर्मांण व विक्रय से होने वाली आय मैं एक महत्वपूर्ण जरिया है।
गौशाला खोलने पर होने वाले व्यय
- गौशाला खोलने पर गायों के लिए चारा और उनके आहार का व्यय ।
- गौशाला में लगे कर्मचारियों का वेतन तथा मजदूरी व्यय।
- पशुओं के बीमार पड़ने पर उनकी चिकित्सा संबंधी व्यय।
- बिजली व पानी के बिल पर खर्च किया गया व्यय।
- गौशाला में निर्मांण मरम्मत संबंधी व्यय आदि।
गौशाला योजना से कितना अनुदान मिलता है
- इस योजना के तहत आय का एक महत्वपूर्ण जरिया यह है कि इसमें सरकार द्वारा एक व्यक्ति को जो गौशाला खोलता है उसे कुछ राशि प्रदान की जाएगी
- यह राशि प्रति गाय पर ₹30 होगी यानी कि आपको हर एक गाय पर रोज ₹30 मिलेंगे
गौशाला मैं किए जाने बाले उत्पादों के विक्रय से होने वाली आय आपकी कमाई का एक बेहतर जरिया हो सकता है।
कैसे मिलेगा सरकार से यह अनुदान
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1. यदि आपकी गौशाला पंजीकृत है, तो आप गौशाला अनुदान के लिए आवेदन कर सकते हैं । इसके लिये आपको योजना से संबंधित फार्म भरना होगा। फार्म को डाउनलोड करने व अन्य जानकारी के लिये नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें http://animalhusb.up.nic.in/
2. पूरा फार्म भरने के बाद उसमें जरूरी दस्तावेज संलग्न किये जाएंगें और आवेदन पत्र को एक फाइल का रूप दिया जायेगा।
3. आवेदन पत्र पूरी तरह भरने के बाद इस आवेदन पत्र को अपने जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में जमा करना होगा।
4. Gaushala Anudan Yojana का आवेदन जमा होने के बाद, आवेदन पत्र की जांच की जाएगी और गौशाला का स्थलीय निरीक्षण जिले के मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में 5 सदस्यों वाली टीम के द्धारा चुनी गई 3 सदस्यों वाली टीम की सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा।
5. जिसके बाद जिला स्तर पर गौशाला को अनुदान दिये जाने की संस्तुति कर दी जाएगी और प्रस्ताव गो सेवा आयोग के पास भेज दिया जाएगा।
अनुदान प्राप्त करने से संबंधित अधिक जानकारी के लिए ऑफिशल वेबसाइट विजिट करें http://animalhusb.up.nic.in/
Mai Apana ghar pe deayari ka kam karana chahata hu do tin Gay rakhane gusala banwane ke liy kya anudan mil sakata hai